लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शनकारी भारतीय जनता पार्टी नेताओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे के बाद अब भाजपा ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायेगी। पुलिस ने 28 भाजपा नेताओं के खिलाफ नामजद और 3000 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कानून व्यवस्था के बदतर हालात को लेकर शान्तिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्त्ताओं पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। मिर्ची बम फेंके। आंसू गैस के गोले छोड़े और इतने से पेट नहीं भरा तो सरकार ने भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बदले की भावना से सपा सरकार ने उन नेताओं के खिलाफ भी मुकदमा करा दिया जो प्रदर्शन में थे ही नहीं।
मौर्य ने कहा कि पार्टी भी सरकार के मुखिया अखिलेश यादव और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगी क्योंकि यादव के इशारे पर ही मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उनका दावा था कि पुलिस के लाठीचार्ज में पार्टी के एक सौ से अधिक कार्यकर्त्ता इस कदर घायल हुए हैं कि उन्हें अस्पताल जाना पड़ा। वैसे तो चोटें 300 से अधिक कार्यकर्त्ताओं को लगी हैं।
मौर्य ने कहा कि पार्टी कार्यालय को सरकार के इशारे पर पुलिस ने इस तरह की घेरेबन्दी की थी जैसे आमतौर पर अपराधियों की की जाती है। चारों तरफ बैरीकेड़िंग लगाकर इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। उनका कहना था कि वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ साथ लोकसभा के सदस्य हैं फिर भी उनपर लाठियां बरसाई गईं। इलाहाबाद जाने का अपना कार्यक्रम निरस्त करने के साथ ही उन्होंने अगली रणनीति के लिए पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुला ली। उसमें रिपोर्ट लिखाने के तौर तरीके पर विचार किया जाएगा।