रांची, विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि केंद्र की भाजपा सरकार अब कानून बनाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करे। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र कुमार जैन ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अदालती फैसले के इंतजार की आवश्यकता नहीं है क्योंकि राम मंदिर के निर्माण का विरोध करने वाली ताकतें सर्वोच्च अदालत का फैसला आने के बाद भी इसका विरोध करेगी और इस पर राजनीति करेगी। लिहाजा केंद्र सरकार को शीघ्रातिशीघ्र इस मामले में एक केंद्रीय कानून बनाना चाहिए जिससे अयोध्या में मंदिर जल्द बनकर तैयार हो सके।
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में आक्रमणकारियों ने इस प्रकार की गुलामी के अनेक स्मारक बनाए थे जिसे उस देश की जनता ने स्वतंत्रता प्राप्त करते ही ध्वस्त कर समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि वारसा पैक्ट प्रोग्राम में गुलामी के प्रतीक बने चिन्हों को हटाकर वहां के समाज ने अपने अनेक चर्चों का पुनर्निर्माण किया उसी प्रकार भारत में स्वतंत्रता मिलते ही सोमनाथ मंदिर का निर्माण किया गया। दिल्ली में जॉर्ज पंचम की जगह महात्मा गांधी, विक्टोरिया की जगह स्वामी श्रद्धानंद की मूर्तियां लगाना राष्ट्रीय गौरव की स्थापना ही तो था। जैन ने कहा कि दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर डॉक्टर कलाम साहब के नाम पर उसका नामकरण करना उसी दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह दूरदर्शी नेता हैं और उनके नेतृत्व में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मार्ग का भी प्रशस्त होना तय है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में जन जागरण कार्यक्रम चलाएगा और इसके लिए नव संवत्सर 28 मार्च से प्रारंभ कर 10 अप्रैल 2017 हनुमान जयंती तक वह अनेक कार्यक्रम आयोजित करेगा जिसमें कम से कम 5 करोड़ हिंदुओं से संपर्क साधने का संकल्प लिया गया है।