मलेशिया के शाह आलम में आज खेले गये फाइनल में अनमोल खरब एक बार फिर निर्णायक मुकाबले में अपने से ऊपर रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वी को हराकर भारत को रोमांचक जीत दिलाई।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 17वीं रैंकिंग वाली सुपानिडा काटेथोंग को 21-12, 21-12 से हराकर शानदार शुरुआत की।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अपने शुरुआती एकल मुकाबले में थाईलैंड की खिलाड़ी पर हावी रही। उन्होंने 39 मिनट तक चले मुकाबले में थाईलैंड की सुपानिडा काटेथोंग को हराया। काटेथोंग के खिलाफ आठ मुकाबलों में सिंधु की यह पांचवीं जीत है।
दूसरे राउंड में त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने एक बार फिर अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया।
दुनिया की 23वें नंबर की भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ने 10वीं रैंकिंग वाली जोंगकोलफान कितिथाराकुल और राविंडा प्राजोंगजई को 21-16, 18-21, 21-16 से हराकर भारत को 2-0 की बढ़त दिलाई।
इसके बाद दूसरे एकल मुकाबले में थाईलैंड की खिलाड़ी के खिलाफ अश्मिता चालिहा को 21-11, 21-14 से हार का सामना करना पड़ा। प्रिया कोन्जेंगबम और श्रुति मिश्रा बेन्यापा को ऐम्सार्ड और नुंटाकर्ण ऐम्सार्ड से 21-11, 21-9 से हार मिली, जिससे यह मुकाबला फाइनल मैच तक चला गया।
लेकिन एक बार फिर 17 वर्षीय अनमोल खरब ने निर्णायक मैच में दुनिया की 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्नपिचा चोइकीवोंग पर 21-14, 21-9 से जीत दर्ज करते हुए भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अपना अहम योगदान दिया। उल्लेखनीय है कि महाद्वीपीय प्रतियोगिता के इतिहास में यह भारत का पहला खिताब है। पुरुष भारतीय बैडमिंटन टीम ने इससे पहले वर्ष 2016 और वर्ष 2020 में दो बार कांस्य पदक जीते थे।