नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद तथा परिवारवाद को देश के सामने दो बड़ी चुनौती करार देते हुए सोमवार को कहा कि यह स्थिति अच्छी नहीं है और इनके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां 76 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा,“ देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं। पहली चुनौती – भ्रष्टाचार , दूसरी चुनौती – भाई-भतीजावाद, परिवारवाद।एक तरफ वो लोग हैं जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है और दूसरी तरफ वो लोग हैं जिनके पास चोरी किया माल रखने की जगह नहीं है। ये स्थिति अच्छी नहीं है। हमें इनके खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना होगा। ”
उन्होंने कहा कि सरकार यह कोशिश कर रही है कि जिन्होंने देश को लूटा है वह इसकी भरपायी भी करे। उन्होंने कहा,“भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, उससे देश को लड़ना ही होगा। हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े, हम इसकी कोशिश कर रहे हैं।”
देश में ज्यादातर संस्थानों में परिवारवाद हावी रहने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा,“ जब मैं भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की बात करता हूं, तो लोगों को लगता है कि मैं सिर्फ राजनीति की बात कर रहा हूं। जी नहीं, दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की उस बुराई ने हिंदुस्तान के हर संस्थान में परिवारवाद को पोषित कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि सबको मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नफरत का भाव पैदा करना होगा और इस मानसिकता के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा। उन्होंने कहा,“जब तक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी के प्रति नफरत का भाव पैदा नहीं होता, सामाजिक रूप से उसे नीचा देखने के लिए मजबूर नहीं करते, तब तक ये मानसिकता खत्म नहीं होने वाली है।”