कोलकाता, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज केंद्र में राष्ट्रपति शासन लगाने या नोटबंदी के लिये जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को सत्ता से बाहर करने की मांग की। टॉउन हॉल में अपने मंत्रिमंडल के सहकर्मियों के साथ बैठक में सुश्री बनर्जी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुये कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों को सरकार की जनविरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए एक साथ आना चाहिये।
उन्होंने नोटबंदी के संबंध में कहा कि मोदी कालिदास की तरह व्यवहार कर रहे हैं और वह जिस डाल पर बैठे हैं उसी को काट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, इस देश को बचाने के लिये नयी सरकार बनानी चाहिये जिसके मुखिया आडवाणी जी, राजनाथ जी या जेटली जी कोई भी हो सकते हैं। वर्तमान स्थिति पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
उन्होंने अपने राज्य का उदाहरण देते हुये कहा कि, नोटबंदी से हमें गत दो माह के दौरान 5,500 करोड़ रुपये की राजस्व की हानि हुयी है और इस दौरान राज्य के 1.7 करोड़ से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुये हैं। असंगठित क्षेत्रों जैसे चाय, जूट, आभूषण एवं बीड़ी इत्यादि के 8,15 लाख मजदूरों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है।
उन्होंने कहा कि वे कैशलेस अर्थव्यवस्था की बात कर रहे हैं लेकिन लोग श्कैशलेस, हो गये हैं। सुश्री बनर्जी ने कहा नोटबंदी की वजह से किसान अपनी रबी फसल नहीं बो पाये जिससे खाद्य पदार्थ की कीमतों में बढोतरी हुयी। नगदी निकालने पर पाबंदी अभी तक खत्म नहीं हुयी है। लोग
अपने ही पैसे निकाल नहीं सकते।