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मर्ज ठीक नहीं हुआ तो युवक ने शिवलिंग तथा भैरव की मूर्ति के साथ किया ये काम, हुआ गिरफ्तार

arestनैनीताल, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें एक युवक ने पैरों का मर्ज ठीक नहीं होने पर शिवलिंग तथा भैरव की मूर्ति पर अपना गुस्सा उतार दिया और चोरी कर उन्हें शौचालय में बहा दिया।

यह मामला अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट का है। द्वाराहाट में 11वीं शताब्दी में स्थापित महामृत्युंजय मंदिर तथा भैरव मंदिरों में बुधवार को शिवलिंग तथा मूर्ति चोरी की घटना सामने आयी थी।
अल्मोड़ा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पंकज भट्ट ने गुरुवार को बताया गया कि बद्रीनाथ मंदिर समिति समूह की सदस्य नीरू लोहनी की ओर से बुधवार को द्वाराहाट थाने में इस संबंध में एक शिकायत दर्ज करायी गयी थी। इस घटना के प्रकाश में आने के बाद क्षेत्र में रोष व्याप्त हो गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के साथ ही इस मामले के खुलासे के लिये विशेष अभियान समूह (एसओजी) की टीम को भी लगाया गया।

उन्होंने बताया कि टीम के अथक प्रयास के बाद आज द्वाराहाट के चितैलीगाड़ निवासी तारा सिंह राणा (24) को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब वह 11वीं-12वीं मेंपढ़ता था तभी से उसके पैरों में दर्द रहता था। लोगों के कहने पर उसने भैरव नाथ की पूजा शुरू की लेकिन उसके पैर का दर्द ठीक नहीं हुआ बल्कि और बढ़ता गया। पैरों का मर्ज दूर करने के लिये वह रोज भैरवनाथ के मंदिर में आकर पूजा अर्चना करता था।

गत नौ फरवरी को भी वह मंदिर आया और उसने भैरवनाथ के मंदिर से पहले मूर्ति और चिमटे चोरी किये और रास्ते में छिपा लिये। उसके अगले दिन बुधवार 10 फरवरी को महामृत्यृंजय मंदिर में शिवालय से 11वीं शताब्दी में स्थापित शिवलिंग को उखाड़ने की कोशिश की और शिवलिंग ऊपर से टूट गया और उसे भी थैले में लेकर चला गया।
आरोपी ने आगे बताया कि उसे भी रास्ते में छिपा लिया। इसके बाद घर गया और बड़ा थैला लेकर आया और सभी को गांव के पुराने स्कूल के शौलालय के पिट में डाल दिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही से शिवलिंग व मूर्ति के साथ ही अन्य सामान बरामद कर लिया है।

पुलिस की ओर से इस मामले में की गयी तत्परता तथा खुलासे के लिये द्वाराहाट के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)के विधायक महेश नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि रौतेला के अलावा कुमाऊं के पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला की ओर से खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत किया गया है।