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महाकुंभ केंद्रीय अस्पताल में कुल 562 लोगों की हुई टीबी की जांच, 19 रोगी पॉजिटिव

महाकुंभनगर, महाकुंभ मेला केंद्रीय अस्पताल के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉ गौरव दुबे ने बताया कि महाकुंभ मेले के दौरान चिन्हित किये गये 19 मरीजों को टीबी के इलाज डॉट्स कोर्स के तहत पंजीकृत किया जा चुका है। आगे के इलाज और दवा के कोर्स के लिए मरीजों को उनके गृह जनपदों के जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया है।

डाॅ़ दुबे ने बताया कि 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान को महाकुंभ में भी सक्रिय तौर पर चलाया गया। मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में पहली बार एआई बेस्ड हैंड हेल्ड मशीन से टीबी की ट्रूनेट जांच की जा रही है। अब तक मेले में लगभग 562 लोगों की टीबी की जांच की गई है, जिसमें से 19 मरीज टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। मरीजों को डॉट्स की दवाएं उपलब्ध करवाई गई हैं और साथ ही उनके जनपद के चिकित्सालयों से सम्बद्ध कर आगे के इलाज के लिये रेफर कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि मेले में पहली बार टीबी की एआई बेस्ड जांच की जा रही है। एक्स हैंड हेल्ड मशीन से मरीज के चेस्ट की एक्स रे के माध्यम से पूरी जांच की जाती है। एआई कैमरे चेस्ट में होने वाले इन्फेक्शन के आधार पर रोग की संभावना और गंभीरता की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं। इसी आधार पर रोगी का इलाज और दवा के कोर्स की सलाह डाॅक्टर दे रहे हैं।

डॉ़ दुबे ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में विभिन्न रोगों की निशुल्क जांच और इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में बने केंद्रीय अस्पताल समेत 12 सेक्टरों के अस्पतालों में अब तक ओपीडी में लगभग 5,47,222 मरीजों का इलाज किया जा चुका है। साथ ही अब तक 4,64,272 मरीजों की पैथोलॉजी जांच और लगभग 4,998 माइनर ऑपरेशन और 14 मेजर ऑपरेशन मेले के अस्थाई अस्पताल में किये गये हैं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा मेला अस्पताल में 15 डिलिवरी भी की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि मेले में भीड़ और सफोकेशन के पीड़ित हुए कई गंभीर हृदय रोगियों का सफल इलाज अस्पताल में किया गया। इसके साथ ही महाकुंभ में पहली बार रोगियों को निशुल्क एक्स रे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।