बैंकॉक (थाईलैंड), भारतीय महिला हॉकी टीम ने अंडर-18 एशिया कप में गुरुवार को दक्षिण कोरिया को 3-0 से मात देते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। संगीता कुमारी भारत की जीत की नायक रहीं। उन्होंने दो गोल दागे, जबकि रितु ने एक गोल किया। पहले हाफ में दोनों टीमें एक भी गोल नहीं कर पाईं।
भारत ने हालांकि इस हाफ में कोरिया पर दबाव बनाया और कई बार उसके घेरे में जाकर गोल करने के मौके बनाए लेकिन उसकी आक्रामण पंक्ति प्रयासों को गोल में तब्दील नहीं कर पाई। इस हाफ में गोल करने का सबसे अच्छा मौका महिमा चौधरी के पास आया। कोरिया की रक्षापंक्ति की लापरवाही के कारण गेंद संगीता के पास आई जिन्होंने गोलपोस्ट के पास खड़ी महिमा को गेंद दी लेकिन वह सही समय पर शॉट नहीं लगा सकीं और भारत के पास से बढ़त लेने का मौका चला गया। कोरिया को पहले हाफ में कई पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वे एक भी गोल नहीं कर पाईं। दूसरे हाफ की शुरुआत भी भारत ने आक्रामक अंदाज में की।
भारत को 45वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिसे रितू ने गोल में बदल कर भारत को बढ़त दिलाई। कुछ ही देर बाद लालरेसियामी और संगीता की जुगलबंदी के कारण भारत को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन कोरिया की गोलकीपर ली डा बोम ने सफलतापूर्वक बचाव करते हुए गोल नहीं होने दिया। 55वें मिनट में संगीता और लालरेसियामी को जोड़ी ने एक बार फिर शानदार खेल दिखाया और संगीता ने बेहतरीन गोल करते हुए टीम का स्कोर 2-0 कर दिया। तीन मिनट बाद ही संगीता ने अपना दूसरा और टीम का तीसरा गोल दाग दिया। इस शानदार जीत के बाद हॉकी इंडिया (एचआई) ने विजेता टीम की हर खिलाड़ी को एक-एक लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ को 50-50 हजार रुपये बतौर ईनाम देने की घोषणा की है।