गाजियाबाद,मायावती ने मंगलवार को यहां एक रैली को संबोधित किया. इस रैली में उन्होंने चुनावी वादे किए. इन वादों में व्यापारियों को सुरक्षा से लेकर नौजवानों को रोजगार तक की बात कही गई. मायावती ने यूपी चुनाव के मद्देनजर अपना घोषणापत्र जारी नहीं किया है, लेकिन वो अपने रैलियों में लोगों से सरकार बनने के बाद के वादे जरूर बता रही हैं.
समाजवादी सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा, “सपा के पांच वर्षो के दौरान चोरी, अपहरण, महिला उत्पीड़न और जमीनों पर अवैध कब्जे हुए हैं. इन पांच सालों के दौरान गुंडागर्दी काफी बढ़ गई है. मुजफ्फरनगर सहित 500 दंगे अखिलेश के शासनकाल में हुए हैं.उन्होंने कहा,दादरी कांड और मथुरा में अवैध कब्जे को लेकर खूनी संघर्ष हुआ. सपा सरकार में हर तरफ आतंक और असुरक्षा का माहौल रहा है. विकास के सभी कार्य आधे अधूरे रहे हैं. इसके अलावा सपा सरकार में जो भी थोड़ा बहुत विकास कार्य किया गया है. उसकी शुरुआत बसपा की सरकार में की गई थी. मायावती ने कहा कि अखिलेश सरकार ने बहुत चालाकी से योजना का नाम बदल दिया.
मायावती ने कहा कि वर्तमान सपा सरकार का पूरा कार्यकाल हर मामले में निराशाजनक रहा है. संवैधानिक जिम्मेदारी भी नहीं निभाई गई है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सपा कांग्रेस गठबंधन और भाजपा को वोट न देकर, केवल अपनी हितैषी पार्टी बसपा को ही वोट देना होगा. मायावती ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार ने प्रचार में काफी पैसे बर्बाद किए हैं।
बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि अखिलेश सरकार का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है. केंद्र सरकार ने भी अपने वादे पूरे नहीं किए. उन्होंने कालाधन पर वादा किया था कि सौ दिनों में कालाधन वापस लाया जाएगा और सभी को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने पुत्र मोह में शिवपाल को अपमानित किया है. ऐसे में शिवपाल यादव के लोग अखिलेश खेमे को हराने की कोशिश करेंगे. दोनों के वोट दो हिस्सों में बंट जाएगा। जो उन्हें वोट करेंगे, उनके वोट का फायदा भाजपा को जाएगा.