लखनऊ, वैश्विक स्तर पर भारतीय रुपये की लगातार गिरावट पर चिंता जताते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को केन्द्र सरकार को आगाह करते हुये कहा कि वह महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की तरह रुपये के अवमूल्यन को हल्के में न लें।
मायावती नेे ट्वीट किया, “भारतीय रुपये की विश्व बाज़ार में लगातार गिरावट भले ही सरकार के प्रतिष्ठा से सीधे तौर पर न जुड़ी हो तथा लोगों को भी इसकी खास चिंता न हो, किन्तु इससे देश की अर्थव्यवस्था चरमराती है व मनोबल भी टूटता है। सरकार महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की तरह रुपये के अवमूल्यन को हल्के में न ले।”
उन्होंने कहा, “विदेशी मुद्रा भण्डार के भी घटकर दो साल के निचले स्तर पर आ जाने की खबर सुर्खियों में है और रिज़र्व बैंक तथा अन्य सभी चिन्तित एवं व्याकुल हैं। इसलिए सरकार की गलत आर्थिक नीतियों एवं प्राथमिकताओं का इसे दोष मानने के आरोप-प्रत्यारोप में न उलझ कर इस ओर त्वरित प्रभावी कदम उठाने की ज़रूरत।”
गौरतलब है कि गत गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया भारी गिरावट के साथ 80.86 के स्तर पर बंद हुआ था। यह 24 फरवरी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट थी।