झांसी, रविवार की सुबह कानपुर देहात के भीषण रेल हादसे की आग बुझी भी नहीं थी कि सोमवार सुबह बीना से झांसी की ओर आ रही एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में आखिरी वाले दो कोच एचटी लाइन को तोड़ते हुए पटरी से उतर गए।
सुबह करीब साढे़ चार बजे बीना की ओर से झांसी आ रही खाली मालगाड़ी स्पेशल एमडीए2डीएयू अचानक रेल्वे स्टेशन से करीब 3 किमी पूर्व नगरा बल्लमपुर मार्ग पर बने केबिन ए के पास अनियंत्रित हो गई। इस बीच मालगाड़ी के दो कोच पटरी से उतर गए। इनकी चपेट में आए ओएच लाइन के तीन खम्भे भी क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत यह रही कि कोई जन हानि नहीं हुई। हालांकि एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। हादसा उस समय हुआ जब मालगाड़ी को एनआरडी 3 में ले जाया जा रहा था। बताया गया कि गाड़ी सुरेश कुमार चला रहे थे जबकि उस पर एचएल कुशवाहा गार्ड के रुप में तैनात थे। जल्द हो जाएगा ट्रैक साफ सेक्शन इंजीनियर प्रभात ने बताया कि रेल कर्मियों ने काम शुरु कर दिया है। इससे ओएच लाइन को ठीक किया जाएगा। हादसे में क्षतिग्रस्त हुए पोलों की मरम्मत कर जल्द ही बाधित बिजली को ठीक कर लिया जाएगा। ट्रैक या स्पीड, कारण समझ नहीं आया हादसे का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। कुछ जानकारों ने नाम न दर्शाने की शर्त पर बताया कि घटना स्पीड के कारण हो सकती है जबकि घटना स्थल पर स्पीड कंट्रोल का बोर्ड लगा हुआ है। इसके अनुसार गाड़ी की स्पीड 15 किमीध्घंटे से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। वहीं कुछ ट्रैक में खराबी पर इसका दोष मढ़ते नजर आए। फिलहाल रेलवे को आरोप प्रत्यारोपों को छोड़ तकनीक को ठीक करने पर ध्यान देना होगा। ताकि हादसों से बचा जा सके।