यूपी में मिड डे मील के लिए खाना पकाने वाली रसोईयों को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने बन्धुआ मजदूर बताया है. उन्होने कहा कि रसोईयों को एक हजार रूपये हर महीने मानदेय देना बन्धुआ मजदूरी कराने के समान है और वे इसके खिलाफ अभियान चलायेंगे. अग्निवेश बुधवार को लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में रसोईयों के सम्मेलन की सभा को सम्बोधित करेंगे.
स्वामी अग्निवेश ने रसोइयों को सरकार द्वारा 10 हजार रुपये मानदेय देने की मांग की. उन्होने कहा कि सातवें वेतन की सिफारिश लागू होने पर किसी भी सरकारी दफ्तर के चपरासी की सैलरी 18 हजार तक हो जाएगी. ऐसे में मिड डे मील के लिए खाना पकाने वाली रसोईयों को एक हजार रूपये देना उचित नहीं है.