नयी दिल्ली, ‘मी टू’ आंदोलन के मद्देनजर कार्यस्थलों पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने के लिए कानूनी एवं संस्थागत ढांचों को मजबूत करने के लिए गठित मंत्री समूह (जीओएम) की पहली बैठक हुई। इस बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उसे गोपनीय रखा गया है।
वहीं, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने राष्ट्रीय महिला आयोग को मजबूत करने पर जोर दिया।
मंत्रियों के इस समूह का नेतृत्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं। सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी भी इसमें शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक गडकरी के अलावा सभी मंत्रियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। दरअसल, गडकरी दिल्ली में नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि ऐसी दो और बैठकें होगी जिनमें जीओएम मौजूदा प्रावधानों को प्रभावी तीके से लागू करने के लिए जरूरी कार्य की सिफारिश करेगा। गौरतलब है कि पूर्व विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर, फिल्म निर्देशक सुभाष घई और अभिनेता आलोक नाथ सहित कई फिल्मी शख्सियों पर मी टू आंदोलन के दौरान यौन दुर्व्यव्यहार के आरोप लगे थे।