मुंबई, उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संदिग्ध एजेंट की फैजाबाद में गिरफ्तारी के बाद उसे जासूसी के बदले धन देने वाले एक अन्य संदिग्ध आईएसआई एजेंट को भी महाराष्ट्र एटीएस की मदद से मुम्बई से गिरफ्तार कर लिया। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की एटीएस की कल संयुक्त कार्रवाई में गुजरात के राजकोट के रहने वाले अल्ताफ भाई कुरैशी को मुम्बई के पाय धुनी क्षेत्र स्थित पोपल वाड़ी से गिरफ्तार किया गया।
उत्तर प्रदेश एटीएस के महानिरीक्षक असीम अरुण ने बताया कि अल्ताफ कथित रूप से हवाला का अवैध कारोबार करता है और आरोप है कि उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर एक अन्य एजेंट आफताब के खाते में धन जमा कराया था। आफताब को यूूपी एटीएस, सेना की खुफिया इकाई और उत्तर प्रदेश की खुफिया इकाई के आपसी समन्वय से कल फैजाबाद से गिरफ्तार किया गया था।
अल्ताफ के पास से लगभग 70 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं। उससे पूछताछ की जा रही है। इस गिरफ्तारी से आईएसआई नेटवर्क की और परतें खुल सकती हैं। इस प्रकरण में अभी और गिरफ्तारियां संभव हैं। आरोप है कि आफताब अली नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के संपर्क में था और एटीएस को उसके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। एटीएस ने एक अन्य संदिग्ध व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है।
आफताब के पास से बरामद हुये फोन से आईएसआई नेटवर्क को लेकर और अधिक जानकारी मिलने की संभावना है। आफताब के बैंक खाते में जमा हुये पैसे के बारे में भी जानकारी एकत्र की जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में आईएसआई सेे प्रशिक्षित आतंकवादियों द्वारा हमले करने की आशंका को लेकर चेतावनी जारी की थी।
पुलिस के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने कथित तौर पर प्रशिक्षित आतंकियों के समूह को फैजाबाद जिले के अयोध्या, वाराणसी, वृन्दावन और आगरा के ताजमहल जैसे धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों को निशाना बनाने के लिए कहा था।
एटीएस ने सभी जिला पुलिस कप्तानों को सतर्क कर दिया है। संभावित खतरे को लेकर रेलवे के पुलिस अधीक्षकों को भी सतर्क कर दिया गया है। एटीएस ने हाल ही में आईएसआईएस-खोरासान माड्यूल का पर्दाफाश किया था। पिछले महीने इसी माड्यूल से संबद्ध संदिग्ध आतंकवादी सैफुल्लाह लखनऊ में एक मुठभेड में मारा गया था।