बरेली, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि मुसलमानों का कोई सेनापति नही इसलिये मुसलमान आज भटक रहे हैं और लुट रहे हैं.आज करोड़ों मुसलमान अपनी बदहाली का रोना रो रहे हैं
नसीमुद्दीन ने मुसलमान वोटों को एकजुट करने की कोशिश की. उन्होने कहा कि एक से डेढ़ प्रतिशत वाले सिख और ईसाईयों के काम हो रहे हैं और मुसलमान रोना रो रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि सिख और ईसाई नेताओं के साथ उनकी पूरी बिरादरी उनके साथ चलती है. लेकिन आजादी से अब तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि दस प्रतिशत भी मुस्लिम आबादी एकजुट होकर चली हो. उन्होने कहा कि जिस कांफिले का सेनापति नहीं होता वो काफिला भटक जाता है और लुट जाता है. मुसलमान आज भटक रहे है और लुट रहे है.
उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मात्र 313 मुसलमानों ने पूरी दुनिया में झंडे गाड़ दिए थे और मुसलमानों ने 600 वर्षों तक हिंदुस्तान पर हुकूमत की थी.उन्होने कहा कि यदि 313 मुसलमान शासक न होते तो आज नसीमुद्दीन सिद्दीकी मुसलमान की हैसियत से आपके बीच न होता. बसपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि जिस दिन दलित और मुस्लिम एक हो जाएंगे, उस दिन हिंदुस्तान पर मुसलमानों की हुकूमत होगी.