तेहरान, व्हाइट हाउस द्वारा ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किये जाने के बाद ईरानी सांसद एक खुले सत्र के लिए संसद में इकट्ठे हुए और उन्होंने अर्द्धसैनिकों की वर्दी पहनकर ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ के नारे लगाये।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि बल को यह संज्ञा दिये जाने के बाद उसकी लोकप्रियता और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि ईरान की जनता के दिलों में गार्ड के जवानों को लेकर पहले से ज्यादा सहानुभूति होगी। उन्होंने सरकारी टेलीविजन द्वारा प्रसारित भाषण में कहा, ‘‘आप रिवॉल्यूशनरी संस्थाओं को आतंकवादी का ठप्पा लगाने वाले कौन होते हैं?’’उन्होंने अमेरिका को ‘वैश्विक आतंकवाद का वास्तविक नेता’ करार दिया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनी ने रिवॉल्यूशनरी गार्ड की तारीफ की और कहा कि अमेरिका की गलत सोच बल को नुकसान नहीं पहुंचा पाएगी।
वाशिंगटन का कदम किसी दूसरे देश की सरकार की संस्था के खिलाफ अभूतपूर्व माना जा रहा है। इस कदम के बाद अमेरिकियों को क्षेत्र में सहयोगियों के साथ काम करने में कठिनाई आ सकती है। पहली बार अमेरिका ने किसी दूसरे देश की सरकार की पूरी संस्था को ही आतंकवादी संगठन करार दिया है। हालांकि ईरान के प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब ने अमेरिका के फैसले का स्वागत किया है और इसे आतंकवाद से लड़ने की दिशा में गंभीर तथा व्यावहारिक कदम बताया है।