कानपुर, भारत और न्यूजीलैंड के बीच श्रृखंला के पहले टेस्ट मैच के आयोजन की सफलता से गदगद उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ने उम्मीद जाहिर की है कि भविष्य में ग्रीनपार्क मैदान को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी का अवसर मिलना जारी रहेगा।
ग्रीनपार्क के वेन्यू डायरेक्टर संजय कपूर ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि करीब पांच साल बाद ऐतिहासिक ग्रीनपार्क को अंतर्राष्ट्रीय मैच के आयोजन का मौका मिला था। बहुत कम समय में इस आयोजन को पूरा कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करवाना सबसे महत्वपूर्ण था मगर यूपीसीए के पदाधिकारियों और जिला प्रशासन के सहयोग से मैच का सफल आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि मैच के हर पल का न सिर्फ दोनो टीमों में लुफ्त उठाया बल्कि अंत तक चले रोमांचक मुकाबले के गवाह बने कानपुर के खेल प्रेमी दर्शकों ने पांचों दिन रिकार्ड उपस्थिति दर्ज करा कर टेस्ट मैच के रोमांच को जीवंत कर दिया। भारत और न्यूजीलैंड के खिलाड़ी औद्योगिक शहर से एक यादगार मैच और दर्शकों के प्यार को दिलों में संजो कर यहां से रवाना हुये जिसे यूपीसीए और ग्रीनपार्क प्रशासन अपनी उपलब्धि मानता है।
कपूर ने कहा कि पूरा मैच यूपीसीए के निदेशक राजीव शुक्ला के कुशल मार्ग दर्शन में हुआ जबकि जिला एवं पुलिस प्रशासन ने मैच को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिये रात दिन एक कर दिया। मंडलायुक्त राजशेखर और पुलिस आयुक्त असीम अरूण ने मैच के सफल आयोजन के लिये खास दिलचस्पी ली। राजशेखर का विजन खेल के प्रति बहुत अच्छा है जबकि असीम अरूण ने आधी फोर्स से आयोजन को सफलता के मुकाम पर पहुंचाया। पिछली बार यहां हुये मैच में 4600 पुलिस कर्मियों और अधिकारियों ने कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली थी जबकि इस बार सिर्फ 2700 पुलिस वालों ने मैच करा दिया।
उन्होने कहा कि सब कह रहे थे कि ग्रीनपार्क की पिच खराब है मगर पांच दिन लगातार मैच में राेमांच बना रहा और दोनो टीमों ने मैच का भरपूर मजा लिया। इस मौके पर यूपीसीए के निदेशक रियासत अली ने कहा कि टेस्ट मैच के सफल आयोजन के बाद ग्रीनपार्क को अन्य मैचों को मिलने की संभावनाओं को बल मिल गया है।
गौरतलब है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट मैचों की श्रृखंला का पहला मैच 25 नवंबर को ग्रीनपार्क मैदान पर खेला गया था। न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में खराब रोशनी और अंतिम जोड़ी को मैच के अंत तक आउट न कर पाने के कारण भारत के हाथों से जीत फिसल गयी थी और मैच ड्रा समाप्त हुआ था।