गोण्डा , बैराजों से छोड़े गये करीब तीन लाख क्यूसेक पानी और रुक रुक कर हो रही बरसात से उत्तर प्रदेश में गोण्डा जिले के तरबगंज व कर्नलगंज तहसील क्षेत्रों में बह रही सरयू व घाघरा नदियो का जलस्तर सोमवार को अचानक बढ़ने से आसपास के करीब 50 गावों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटो में घाघरा नदी का बढ़ रहा जलस्तर एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से मात्र तीन सेंटीमीटर नीचे है। घाघरा व सरयू नदियों के तेज बहाव से तटवर्ती एल्गिन-चड़सड़ी,भिखारीपुर- सकरौर, आदमपुर-रेवलीऔरपरसपुर-धौरहरा बांधों में जगह जगह रिसाव व दरारों के साथ बरसाती गड्ढे बन गये है।
उधर , कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के नकहरा , बांसगांव , रायपुरवा , रायपुर माझा , बेटहा , परसावल समेत कई निचले भागो में बसे तटवर्ती गांव बाढ़ के पानी से घिरते जा रहे है। सरयू नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ने से तटवर्ती गावों में जलभराव शुरू होने लगा है।
आपदा प्रबंधन सूत्रों के अनुसार, बाढ़ की आशंका को लेकर सभी 24 बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया है। बंधों की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। साथ ही बाढ़ प्रभावित होने वाले गांवों के पास किसी प्रकार की विषम परिस्थितियों से निपटने व राहत और बचाव कार्य के लिये जल पुलिस संग राजकीय आपदा मोचन बल के जवानों को नाव और मोटरबोट के साथ लगाया जा रहा है।