लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को एक बार फिर सदन में मंत्री आजम खान के इस्तीफे की मांग और सूबे की बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर जमकर हंगामा हुआ। सत्र के दूसरे दिन का प्रश्नकाल भी इसी हंगामे की भेंट चढ़ गया। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, मुख्य विपक्षी दल बसपा और भाजपा के सदस्य आसन के सामने आकर हंगामा करने लगे। दोनों ही दलों के सदस्य लिखे हुए बैनर लहरा रहे थे। इस दौरान सदन में नेता सदन और संसदीय कार्य मंत्री मोहम्मद आजम खान मौजूद नहीं थे। हंगामा कर रहे भाजपा के सदस्य बुधवार की तरह गुरुवार को भी आजम के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। वहीं बसपा सदस्य कानून-व्यवस्था और नोटबंदी नहीं चलेगी जैसे नारे लगाते हुए हंगामा करने लगे। नेता विरोधी दल गयाचरण दिनकर अपने स्थान पर खड़े होकर विधानसभा अध्यक्ष को कानून-व्यवस्था का हवाला देकर सदन की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग करने लगे। हंगामा होता देख विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भाजपा और बसपा के सदस्यों को कहा, सत्र के आखिरी दिन और आखिरी समय में हंगामा न करें और सदन की कार्यवाही को निष्पादित करने दें। लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं माने। हंगामे को शांत होता न देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले 20 मिनट के लिए, दूसरी बार 12 बजे और तीसरी बार अपरान्ह 12.20 तक के लिए स्थगित कर दिया।