नई दिल्ली, कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि पूर्ववर्ती राजग सरकार ने 2003 में विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक की जम्मू-कश्मीर यात्रा को सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, तत्कालीन राजग सरकार ने नाइक की तीन दिनों की यात्रा का आयोजन किया था। इसे सफल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गयी थी। उन्होंने कहा कि यहां तक तब वहां राजभवन में भी उपदेशक की आवभगत की गयी, उस समय राज्य में पीडीपी सत्ता में थी।
तिवारी ने टिप्पणी ऐसे समय में की जब सरकार ने नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के सीधा विदेशी धन हासिल करने पर रोक लगाते हुए एक राजपत्र अधिसूचना जारी की। तिवारी ने सवालिया लहजे में कहा कि अगर नाइक इस तरह के शैतानी अवतार हैं तो राजग सरकार ने 2003 में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने साथ ही साफ किया कि हाल में ढाका में हुए आतंकी हमले के बाद नाइक के उपदेशों के विवादित प्रवृत्ति का पता चला और पूर्व में भी उनकी गुप्त गतिविधियां रही होंगी जो मीडिया एवं सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर नहीं आयीं।
पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री तिवारी ने भाजपा नेता और विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद पर नाइक के पीस टीवी चैनल के मुद्दे पर संसद में अपने जवाब में तथ्यों को लेकर बेहद लापरवाह होने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रसाद पर चतुराई बरतने और पूरी सच्चाई बयां ना करने का आरोप लगाया। प्रसाद ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट को दिए गए 50 लाख रुपए के चंदे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि विवादित उपदेशक ने अपनी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए खुद को बचाने के लिए यह रिश्वत दी थी।