नई दिल्ली, केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मंत्रालय के पिछले तीन साल के कामकाज की उपलब्धियों को लेकर बुकलेट जारी किया। राजनाथ सिंह ने कहा, पिछले तीन साल में देश के सुरक्षा हालात सुधरे हैं, दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस भारत में पैर नहीं जमा पाया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि इस दौरान 90 से ज्यादा आईएसआईएस समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि हिज्बुल के पांच आतंकियों को मौत की सजा दी गई है।
यूपीए की तुलना में खुद को बताया आगेराजनाथ सिंह ने आंकड़े पेश कर यूपीए की तुलना में नरेंद्र मोदी सरकार को आगे दिखाने की कोशिश की। राजनाथ सिंह ने उड़ी आतंकी हमले के बाद सितंबर 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक का फिर एक बार जिक्र किया। राजनाथ सिंह ने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से घुसपैठ के मामले में पिछले साल के छह महीने की तुलना में इस साल 45 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि तीन साल के दौरान 368 आतंकियों को मार गिराया गया।
इसके लिए राजनाथ ने भारतीय सेना को बधाई दी। एलडब्लूई राज्यों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट पर दिया जोरराजनाथ सिंह ने नक्सल समस्या का भी जिक्र करते हुए इसके खिलाफ उठाए जा रहे कदमों और सफलता की जानकारी दी। राजनाथ ने कहा, लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिजम से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक हुई, ऐसे राज्यों में समाधान की स्ट्रैटजी दी गई है, कामयाबी मिलेगी ऐसा पूरा विश्वास है, 2015 में एक नैशनल पॉलिसी और ऐक्शन प्लान को भी लॉन्च किया गया था, ऐसे राज्यों में इन्फ्रस्ट्रक्चर के डिवेलपमेंट पर काफी जोर दिया गया है।
मोदी सरकार के दौरान नॉर्थ ईस्ट में सबसे कम हिंसक गतिविधियां राजनाथ सिंह ने आंकड़े जारी कर बताया कि रोड, एयर और मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं। सुरक्षाबलों को मजबूत बनाने के भी तमाम प्रयास हुए हैं। लैंड बॉर्डर सिक्यॉरिटी और कोस्टल सिक्यॉरिटी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राजनाथ सिंह ने इसके तहत सीमा की फैंसिंग समेत अन्य चीजों की जानकारियां दीं। इसके अलावा राजनाथ सिंह ने नॉर्थ ईस्ट में उग्रवाद पर काबू पाने के प्रयासों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 1970 से लेकर अबतक मोदी सरकार के दौरान नॉर्थ ईस्ट में सबसे कम हिंसक गतिविधियां हुईं।
राजनाथ ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में सक्रिय यूएमएफ जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों को 5-7 साल की सजा सुना कड़ा संदेश दिया गया है। राजनाथ सिंह ने जवानों के लिए सरकार के पूरे सम्मान की बात कहते हुए कहा कि उनकी सुविधाओं का भी पूरा ख्याल रखा गया है। पहले अस्पताल में ऐडमिट जवानों को ऑन ड्यूटी नहीं माना जाता था पर अब ऐसा नहीं है। इसके अलावा शहीद जवानों की मदद के लिए भारत के वीर नाम से एक आईटी प्लैटॉर्म भी तैयार किया गया है।
घाटी की स्थिति में सुधार राजनाथ ने घाटी को लेकर कहा, जम्मू-कश्मीर की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, 2011-14 के दौरान 239 आतंकी मारे गए थे जबकि, 2014-17 में यह संख्या बढ़कर 368 हो गई है। राजनाथ सिंह ने बताया कि 1965 और 1971 के युद्ध में कश्मीरी रिफ्यूजियों के लिए 2000 करोड़ का पैकेज दिया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के बाहर जाकर पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स की समस्याओं को देखते हुए सभी राज्यों में नोडल ऑफिसर नियुक्त किए गए हैं।
कश्मीर में उड़ान स्कीम के तहत भी रिकॉर्ड संख्या में युवाओं को ट्रेनिंग और रोजगार ऑफर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर में रोजगार के नए अवसर पैदा करने की कोशिश के लिए और प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने इससे पहले एक टीम बनाई है जो परंपरागत और सोशल मिडिया पर इन रिपोर्ट के आधार पर सभी मंत्रियों की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएगी। इसके तहत मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर सभी मंत्री अपने मंत्रालय का रिपोर्टकार्ड पेश कर देश की जनता को अपनी उपलब्धियों और प्रमुख कार्यों से अवगत करा रहे हैं।