रायबरेली, उत्तर प्रदेश में रायबरेली के मुंशीगंज स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में डिजिटलीकरण बढ़ाने का काम किया जा रहा है ताकि मरीजों के पंजीकरण समेत उनकी विशेष पहचान जिसमे उनके सारे रिकॉर्ड रहेंगे और वह किसी भी एम्स में कारगर होगी ऐसी सुविधा से लैस करने की योजना सामने आई है।
एम्स प्रवक्ता डॉ़ सुयश सिंह ने आज शनिवार को बताया कि डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी( एनएचए ) ने कल दिल्ली के विभिन्न एम्स के सभी नोडल अधिकारियों की बैठक ली और पंजीकरण, भुगतान और शेड्यूलिंग जैसी डिजिटल पहल करने के लिए सभी संभव प्रयासों पर चर्चा की।
डॉ़ सुयश के अनुसार एम्स रायबरेली में जल्द ही जीपीएस से जुड़ा एक रीविजिट सिस्टम होगा – मरीज संस्थान में चलते-फिरते अपना रीविजिट खुद दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए किसी रिसेप्शन या विजिटिंग काउंटर की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा मरीजों की खास आईडी भी बन जाएगी जिसमें उनके सारे रिकॉर्ड जिसमे मर्ज दवा तथा जांच रिपोर्ट आदि सभी उपलब्ध रहेगी। जिससे उन्हें कहीं और भी चिकित्सा सुविधा लेने में दिक्कत नही होगी और एक क्लिक से सारे रिकॉर्ड डॉक्टर के सामने उपलब्ध हो जाएंगे।