नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पेरिस पैरालंपिक में ऊंची कूद टी 47 स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले निषाद कुमार और महिलाओं की 200 मीटर टी35 दौड़ में कांस्य पदक जीतने पर प्रीति पाल को बधाई दी हैं।
राष्ट्रपति मुुर्मु ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “पेरिस पैरालंपिक में ऊंची कूद में रजत पदक जीतने पर निषाद कुमार को हार्दिक बधाई। टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीतने के बाद यह ऊंची कूद स्पर्धा में उनका लगातार दूसरा रजत पदक है। उनकी निरंतरता और उत्कृष्टता का अनुकरण हमारे देश के खिलाड़ी कर सकते हैं। मैं उनके निरंतर सफलता और गौरव की कामना करती हूं।”
राष्ट्रपति ने एक अन्य पोस्ट में पेरिस पैरालंपिक में प्रीति पाल को दूसरा कांस्य पदक जीतने पर बधाई देते हुए लिखा, “पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने पर प्रीति पाल को बधाई। 100 मीटर कांस्य के बाद, यह पेरिस पैरालंपिक में उनका दूसरा पदक है, जो एक असाधारण उपलब्धि है। भारत के लिए दोनों पैरा-एथलेटिक्स पदक उन्होंने ही जीते हैं। भारत को उन पर गर्व है। तिरंगे में लिपटी उनकी विजयी तस्वीरों ने खेल प्रेमियों को रोमांचित कर दिया है। मैं कामना करता हूं कि वह युवाओं के बीच खेल संस्कृति को मजबूत करें और भारत के लिए और अधिक सम्मान हासिल करें।”
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने एक्स पर लिखा,“पेरिस में पैरालिंपिक 2024 में महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने के लिए प्रीति पाल को हार्दिक बधाई। यह पैरालिंपिक में उनका दूसरा पदक है। मैं उनकी लगन, कड़ी मेहनत और दृढ़ता की सराहना करता हूँ, जिसने उन्हें यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने में मदद की।
उनके भविष्य के प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएँ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर कहा, “ निषाद को पैरालिंपिक2024 में पुरुषों की ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में रजत पदक जीतने में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बधाई। उन्होंने हम सभी को दिखाया है कि जुनून और दृढ़ संकल्प से सब कुछ संभव है। भारत खुश है।”
श्री मोदी ने एक अन्य पोस्ट में प्रीति पाल दूसरा कांस्य पदक जीतने पर बधाई देते हुए लिखा, “प्रीति पाल की यह ऐतिहासिक उपलब्धि है, क्योंकि उन्होंने पैरालिंपिक 2024 के उसी संस्करण में महिलाओं की 200 मीटर टी35 स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर अपना दूसरा पदक जीता है। वह भारत के लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका समर्पण वाकई कमाल का है।”