मुंबई, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि चाहे विदेशी संबंध हों या अर्थव्यवस्था पीएम मोदी ने हर विषय पर गहरी जानकारी हासिल की है। राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा, कोई बहुमत से चुनाव जीत सकता है लेकिन शासन चलाने के लिए आपको हर किसी की मदद की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री मोदी का ये पहलू बहुत ही अच्छा है। पीएम मोदी बहुत अच्छे श्रोता हैं। उनका काम करने का तरीका अलग है, जिसका हमें उन्हें श्रेय देना चाहिए। मुझे खुशी हुई जब उन्होंने अपनी पार्टी की बड़ी जीत के बाद विनम्रता पर जोर दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी भी प्रभावी प्रधानमंत्री थे लेकिन उनका रवैया काफी अलग था। मैंने चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है और उनसे बहुत कुछ सीखा है। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने संसद की कार्यवाही में आने वाली रुकावटों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये देखकर काफी दुख होता है कि लोकतंत्र के मुख्य स्तंभ को इस तरह से अप्रभावशाली बनाया जा रहा है। सत्ता और विपक्ष दोनों को इसे रोकना होगा ताकि संसद की कार्यवाही सुचारु रूप से चल सके। सदन में खराब होने वाले एक-एक मिनट देश की रफ्तार रोकता है। प्रणब मुखर्जी ने पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा कि आजादी के बाद वह देश को लोकतंत्र के रास्ते पर ले गए। वह देश में संसदीय लोकतंत्र के जनक थे। वहीं सरदार पटेल ने देश को जोड़ने का काम किया। लिहाजा, आजादी के बाद देश की पीढ़ी पर नेहरू और पटेल का गहरा असर पड़ा। उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया में अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक है तो इसका श्रेय देश के सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा किए प्रयासों को जाता है। राष्ट्रपति के मुताबिक, इंदिरा गांधी एक ताकतवर नेता थीं और बांग्लादेश की आजादी उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी।