नागपुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का तृतीय वर्ष ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर शुरू हो गया है। यह शिविर 25 दिनों तक चलेगा। यह जानकारी संघ के पदाधिकारी दत्तात्रेय होसबोले ने दी। रेशिमबाग में सोमवार से शुरू हुए इस सालाना शिविर को संघ शिक्षा वर्ग के नाम से जाना जाता है। 9 जून को संघ प्रमुख मोहन भागवत के संबोधन के साथ ही शिविर का समापन हो जाएगा।
होसबोले ने कहा कि यह प्रतिभागियों को भारत को जानने समझने और अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा। इस शिविर में देश के सभी राज्यों से आए 800 से ज्यादा युवा स्वयंसेवक हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा, यह ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर अपने आप में लघु भारत का एक रूप प्रस्तुत करता है। इसमें हिस्सा लेने वाले स्वयंसेवक विभिन्न प्रांतों से आए हैं। उनकी भाषा अलग है, खानपान और पहनावा भी अलग है। एक दूसरे से भिन्न जलवायु में निवास करने वाले स्वयंसेवक 25 दिनों तक साथ रहेंगे।
संघ पदाधिकारी ने कहा हमारा संगठन महज अपने पहनावे और प्रार्थना के लिए नहीं जाना जाता है। यह अपनी समग्र सोच और भारत की विविधता के प्रति अपने व्यापक रुझान के लिए जाना जाता है। यह विविधता में एकता को समझने का प्रयास करता है और उसे अनुभव करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने बताया कि भारत में बोली जाने वाली हर भाषा में संघ का साहित्य उपलब्ध है। संघ शिक्षा वर्ग की प्रणाली पूरे देश में एकसमान है। विभिन्न राज्यों की खास विशेषताओं को समाहित किया गया है।