पणजी , रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग (आरएफडीएल) के पहले संस्करण का आयोजन शुक्रवार से गोवा में होना है। भारत में होने वाली इस पहली यूथ क्लब प्रतियोगिता के माध्यम से भारतीय फुटबॉल के भविष्य के सितारे न सिर्फ अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने की कोशिश करेंगे बल्कि अपने लिए संभावनाओं के नए द्वार भी खोलने का प्रयास करेंगे।
हीरो आईएसएल के सात क्लब इस आठ-टीम की लीग में शामिल होंगे। इसमें रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स (आरएफवाईसी) टीम भी हिस्सा लेगी। इस लीग की शुरुआत नागोआ फुटबॉल ग्राउंड में ‘होम टीम’ एफसी गोवा और चेन्नइयन एफसी के बीच होने वाले मुकाबले के साथ होगी। इसके बाद आरएफवाईसी बेनाउलिम में बेंगलुरु एफसी के खिलाफ खेलते हुए अपने अभियान की शुरुआत करेगा।
भारत की एकमात्र 5-स्टार रेटेड फुटबॉल अकादमी- रिलायंस फाउंडेशन यंग चैंप्स अकादमी टीम के मुख्य कोच भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अराता इजुमी का मानना है कि आरएफडीएल कल के सितारों के लिए करियर लॉन्चपैड के रूप में काम कर सकता है। इजुमी ने कहा, “रिलायंस फाउंडेशन डेवलपमेंट लीग युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का एक बेहतरीन मंच है। युवा फुटबॉल के विकास के मिशन के साथ यहां आए सात क्लबों के खिलाफ खेलने का अनुभव बहुत अच्छा होगा।”
आरएफ यंग चैंप्स टीम टूर्नामेंट में सबसे कम उम्र की टीम होगी। इसमें शामिल खिलाड़ी अकादमी में 5 साल से अधिक समय फुटबॉल शिक्षा एवं प्रशिक्षण में बिताने के बाद प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे। इन खिलाड़ियों को 12 साल की उम्र में से प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
39 साल के इजुमी को उम्मीद है कि उनके बच्चे विभिन्न क्लबों के कर्ताधर्ताओं को प्रभावित करेंगे। इजुमी ने कहा, “प्रत्येक क्लब का उद्देश्य अलग हो सकता है लेकिन हमारे लिए, यह बहुत स्पष्ट है। यह व्यक्तिगत विकास का मसला हो सकता है और क्लबों के पास प्रतिभाओं को देखने का मौका होगा। उम्मीद है कि उनका खेल देखते हुए वे उन्हें पेशेवर फुटबॉल में आने के लिए एक करार दें। यह आरएफ यंग चैम्प्स में हमारा यही मिशन रहा है। हम भारतीय फुटबॉल के लिए भविष्य की प्रतिभाओं को विकसित करना जारी रखेंगे।”