लखनऊ, साल 2017 के यूपी बोर्ड एग्जाम में इस बार उन स्कूलों को सेंटर नहीं बनाया जाएगा जिन्होंने साल 2016 की बोर्ड परीक्षा में सीसीटीवी की फुटेज वाली सीडी अब तक नहीं जमा की। सूत्रों के मुताबिक ऐसे कॉलेजों की संख्या करीब 50 है। पिछले साल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी राजशेखर ने केंद्र बनने वाले सभी विद्यालयों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि परीक्षा पूरी होने के बाद सीसीटीवी फुटेज जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से उपलब्ध कराई जाए। इस पूरे प्रोसेस का मकसद नकल रोकना था। परीक्षा पूरे हुए छह महीने से अधिक समय गुजर गया। इसके बावजूद दर्जनों ऐसे कॉलेज हैं जिन्होंने सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग सीडी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में नहीं जमा कराई। अब ऐसे कॉलेजों को परीक्षा केंद्र न बनाए जाने पर विचार किया जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि परीक्षा मे नकल रोकना शासन की प्राथमिकता है। इसके लिए पिछले साल सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए गए थे। परीक्षा खत्म होने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग भी जमा करने के लिए कहा गया था। अब जिन कॉलेजों में रिकार्डिंग की सीडी नहीं जमा की, उन्हें परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।