लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित पिकप भवन में कल रात लगी भीषण आग में औद्योगिक विकास विभाग, यूपीएसआईडीसी, वन विभाग, एड्स कंट्रोल विभाग समेत कई दफ्तर जलकर राख हो गए. बताया जा रहा है कि इन दफ्तरों में रखी कई महत्वपूर्ण फाइलें भी जलकर नष्ट हो गई हैं. आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर नाराजगी जताते हुए जांच कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट तलब की है. सीएम ने अग्निकांड को गंभीरता से लेते हुए एडीजी इंटेलीजेंस एसपी शिरोडकर, यूपीएसआईडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक पीके पांडे और लखनऊ के चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह की 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. यह कमेटी आग लगने के कारणों के अलावा इस हादसे की जिम्मेदारी भी तय करेगी.
आग लगने के बाद मौके पर चर्चाओं का बाजार गर्म था. लोग चर्चा कर रहे थे कि आज से कई विभागों के ऑडिट शुरू होने थे. ऑडिट के डर से यह आग लगाई गई हो सकती है ताकि घोटालों की पोल न खुले. इसी बिल्डिंग में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का दफ्तर भी है, जो कि आग में जलकर राख हो गया. आयोग पर भर्ती में घपले का भी आरोप है.
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दरअसल गोमती नगर स्थित पिकप भवन के ए-ब्लॉक में बुधवार शाम दूसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी. आग देखते-देखते इमारत की छठी मंजिल तक के दफ्तरों तक फैल गई थी. इसकी चपेट में कई महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज राख हो गए थे. दमकल की 18 गाड़ियों ने लगभग 3 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका. पहली नजर में आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.