मुम्बई, विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच तेल एवं गैस तथा ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों में रही भारी बिकवाली के दबाव में गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार पांचवें दिन लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 157.89 अंक की गिरावट में 35,876.22 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 47.60 अंक की गिरावट में 10,746.05 अंक पर बंद हुआ।
यूरोपीय बाजारों में आज तेजी का रुख रहा। नेस्लेए एस्ट्राजेनेका और एयरबस जैसे कंपनियों के सकारात्मक तिमाही परिणामों से निवेशकों का उत्साह बना रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.23 और जर्मनी का डैक्स 0.17 प्रतिशत की तेजी में रहा। चीन के मजबूत व्यापार आंकड़ों से एशियाई बाजारों में शुरूआती तेजी रही लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के तीन माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से बाजार पर दबाव हावी हो गया। लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा नवंबर 2018 के बाद के उच्चतम स्तर 64.04 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अन्य एशियाई बाजारों के साथ सेंसेक्स भी तेजी के साथ 36,065.08 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 36,109.10 अंक के दिवस के उच्चतम और 35,799.42 अंक के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.44 प्रतिशत की गिरावट में 35,876.22 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से 11 तेजी में और 19 गिरावट में रहीं। निफ्टी का ग्राफ सेंसेक्स के विपरीत रहा। निफ्टी गिरावट के साथ 10,786.10 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 10,792.70 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,718.75 अंक के दिवस के निचले स्तर से होता हुआ गत दिवस की तुलना में 0.44 प्रतिशत की गिरावट में 10,746,05 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 29 गिरावट में और 21 तेजी में रहीं।