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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में फिर दर्ज हुआ दिल्ली पुलिस का नाम, ये है बड़ी वजह

नयी दिल्ली,  दिल्ली पुलिस ने 2017 में आत्मरक्षा कार्यक्रम के तहत दो लाख से अधिक महिलाओें एवं लड़कियों को प्रशिक्षण देकर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। पुलिस ने बताया कि 2002 में शुरू किए गए दिल्ली पुलिस के आत्मरक्षा कार्यक्रम का संचालन महिलाओं एवं बच्चों के लिए विशेष पुलिस इकाई (एसपीयूडब्ल्यूएसी) करती है और इस साल नवंबर तक 5,140 कार्यक्रमों के तहत 9,80,456 महिलाओं ने प्रशिक्षण हासिल किया।

इस संबंध में जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि एसपीयूडब्ल्यूएसी ने फरवरी में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड को पत्र लिखकर बताया कि 2017 में उन्होंने 989 कार्यक्रमों के तहत 2,08,125 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी बात की पुष्टि के लिए प्रेस विज्ञप्तियों, खबरों की कतरन और उन सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और अन्य स्थानों के आंकड़े साझा किए जहां पर ये कार्यक्रम आयोजित किए गए।

लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड से प्रमाणीकरण के बाद एसपीयूडब्ल्यूएसी को एक ईमेल मिला जिसमें इस उपलब्धि के बारे में जानकारी दी गई थी।
पुलिस उपायुक्त (एसपीयूडब्ल्यूएसी) गीता रानी वर्मा ने बताया, ‘‘हमने इस कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित की गई महिलाओं की संख्या से जुड़े ब्यौरे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के अधिकारियों के साथ साझा किए और संख्या एवं अन्य पहलुओं की जांच के बाद उन्होंने आज (बुधावर) हमें हमारी उपलब्धि के बारे में सूचित किया। वर्मा ने बताया कि दिल्ली पुलिस को फरवरी 2019 में पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।