नयी दिल्ली, पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े घोटाले, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन कानून को लागू करने, कावेरी तथा कुछ अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस , तेदेपा और कई अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने आज लोकसभा में जमकर हंगामा किया जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही पहले एक घंटे के लिए और फिर दिन भर के स्थगित कर दी गई।
बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद पीएनबी घोटाले को लेकर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी , कावेरी मामले को लेकर अन्नाद्रमुक और तेलंगाना में आरक्षण के मुद्दे को लेकर तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्यों ने हंगामा किया।
हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की। पुन: कार्यवाही आरंभ होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। इसके बाद सुमित्रा ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले, बैठक आरंभ होने के साथ ही चार पूर्व दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया, सदन में विपक्षी सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने पीएनबी घोटाले को लेकर नारेबाजी की। कांग्रेस के कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस और तृणमूल के सदस्य ‘नीरव मोदी कहां है’ के नारे लगा रहे थे। इसी दौरान आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेदेपा के सदस्य भी नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं और ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगा रहे थे।
टीआरएस के सदस्यों ने राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की। अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी नदी जल विवाद को लेकर हंगामा किया। महाजन ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और कार्यवाही चलने देने को कहा। अपनी बात का असर न होते देख उन्होंने बैठक को पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।