लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद बहुजन समाज पार्टी को एक और झटका लगा है। वरिष्ठ बसपा नेता आरके चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। चौधरी बीएसपी में महासचिव थे। इस्तीफा देते हुए चौधरी ने पार्टी सुप्रीमो मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाया। मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए आरके चौधरी ने ये भी कहा कि बीएसपी रियल इस्टेट कंपनी बनकर रह गई है और अब यहां पर सिर्फ चाटुकारों की चलती है.
चौधरी ने कहा कि वे आगामी 11 जुलाई को भावी रणनीति तय करेंगे। एक हफ्ते में बीएसपी चीफ मायावती को दूसरा बड़ा झटका मिला है।
बीएसपी की सरकार में परिवहन मंत्री रहे आरके चौधरी को बीएसपी में दिग्गज नेताओं में गिनती की जाती है। चौधरी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। इससे पहले भी वो पार्टी छोड़कर चले गये थे लेकिन 2012 से पार्टी में थे। सूत्रों की मानें तो चौधरी मोहनलाल गंज से टिकट मांग रहे थे लेकिन बीएसपी सुप्रीमो ने यहां से किसी और को प्रत्याशी घोषित कर दिया, जिससे खफा होकर आरके चौधरी ने पार्टी छोड़ने का ही फैसला कर डाला। चौधरी का पार्टी छोड़ना उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिहाज से बीएसपी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी में विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है।