‘विकसित भारत’ समीक्षा बैठक ध्यान भटकाने का एक और प्रयास : कांग्रेस

नयी दिल्ली, कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नीति आयोग की शासी परिषद की विकसित भारत लक्ष्य प्रगति को लेकर हो रही बैठक तब औचित्यहीन हो जाती है जब खुद सरकार सामाजिक ताना बाना तोड़ने और संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने में लगी हो। पार्टी ने बैठक को ध्यान भटकाने का एक और प्रयास बताया है।

कांग्रेस ने नीति आयोग को अब तक की सबसे अयोग्य बॉडी बताया और कहा कि आज हो रही विकसित भारत लक्ष्य समीक्षा प्रगति बैठक भी एक बार फिर सरकार की पाखंड करने और ध्यान भटकाने की कोशिश ही है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने यहां जारी एक बयान में कहा, “शासी परिषद की बैठक हो रही है। कहा गया है कि इसमें तथाकथित ‘विकसित भारत’ लक्ष्य की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। जब सत्ता में बैठे लोग अपने ही शब्दों और कर्मों से सामाजिक सौहार्द के ताने-बाने को तोड़ने में लगे हों तो कैसा विकसित भारत होगा।”

उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “जब संसद, न्यायपालिका, विश्वविद्यालयों, मीडिया और संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता को सत्ता की सुविधा के अनुसार कुचला जा रहा हो तो कैसा विकसित भारत होगा। भारत जिन मूल्यों और आदर्शों के लिए जाना जाता रहा है, उन पर अंतरराष्ट्रीय मंचों के सामने ही योजनाबद्ध हमला किया जा रहा हो तो कैसा विकसित भारत होगा। जब देश की आर्थिक विषमता लगातार बढ़ रही हो और संपत्ति कुछ गिने-चुने लोगों के हाथों में सिमटती जा रही हो तो यह कैसा विकसित भारत होगा।”

श्री रमेश ने कहा कि अगर भारत की शानदार विविधताओं का जानबूझकर अपमान किया जाए और उन्हें मिटाया जाए तो कैसा विकसित भारत होगा। ये कैसा विकसित भारत हैं जहां केवल अभिव्यक्ति की आजादी ही नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति के बाद की स्वतंत्रता भी खतरे में है।

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