लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया कि 2017 से पहले अपराध और पिछड़ेपन का शिकार माना जाने वाले उत्तर प्रदेश पिछले साढ़े चार साल के दौरान देश में विकास और सुशासन की मिसाल बन चुका है।
श्री योगी ने रविवार को लोकभवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुये कहा कि साढ़े चार साल पहले मूलभूत सुविधाओं का सवर्था अभाव था। अपराधियों के डर से निवेशक यहां आने से कतराते थे। केन्द्र सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ नहीं होने से गरीब और किसान बदहाल हालत में थे। प्रदेश आये दिन सांप्रदायिक दंगो की आग में झुलसता रहता था।
उन्होने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने सत्ता में आने के बाद संगठित अपराध पर नकेल कसी। माफियाओं की संपत्ति को जब्त किया गया और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की गयी। उद्योग धंधों लगाने पर आ रही जटिलताओं का समाधान किया गया जिसके चलते निवेशकों का रूझान प्रदेश की तरफ गया। यहां निवेश के साथ ही रोजगार के अवसर पैदा हुये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के लिये सरकार ने केन्द्र की मदद से सस्ते आवास उपलब्ध कराये जबकि बीज,खाद और कृषि उपकरणों में सब्सिडी के साथ ही किसानों की उनकी उपज का वाजिब मूल्य देकर उनकी आमदनी मेे इजाफा किया गया।
उन्होने कि वर्ष 2007 से 2016 के बीच राज्य में सपा और बसपा की सरकारें सत्ता में रहीं। मायावती सरकार के कार्यकाल मे 16 लाख इंदिरा आवास का निर्माण हुआ जबकि सपा सरकार में 13 लाख आवास ही तैयार हो सके। इनके मुकाबले मौजूदा सरकार में 42 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवासों का निर्माण किया गया है जबकि मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में एक लाख 8 हजार 495 आवासों का निर्माण किया गया।