
जहां तक मुआवजा बढ़ाने की बात है तो केंद्र सरकार को खुद मुआवजा देना चाहिए। मोदी सरकार ने यूपी को जिस मुआवजे की घोषणा की थी, वो भी पूरा नहीं किया। ऐसे में जनता से किए वादे को अखिलेश सरकार को पूरा करना पड़ा।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसान का हित चाहती है। हमारे बहुत से विकास के काम रूके हैं, क्योंकि किसान और उसकी खुशहाली हमारी प्राथमिकता है। हम किसान को मरने नहीं देना चाहते। अगर कोई भी किसान भूख से मरा है, प्रधानमंत्री ने नहीं बल्कि प्रदेश सरकार ने मुआवजा दिया है। आजम खान ने कहा कि यही नहीं सरकार ने किसान की जमीन को कर्ज न दे पाने की स्थिति में नीलाम करने का अधिकार भी खत्म कर दिया।खान ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की बात पर अब लोंगों को भरोसा नही रहा।