नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन करेंगे। अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद खाली हुए कोच पद के लिए शास्त्री इच्छुक हैं और जल्द ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को अपना नामांकन भेजेंगे। शास्त्री इससे पहले 2014 से 2016 तक टीम के निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। उन्हीं के मार्गदर्शन में टीम ने 2015 विश्व कप सेमीफाइनल और फिर पिछले साल भारत में हुए टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भी प्रवेश किया था।
शास्त्री और टीम के कप्तान विराट कोहली की जुगलबंदी पहले से ही मशहूर है। ऐसी खबरें भी थीं कि कुंबले के इस्तीफे के बाद कोहली ने सीएसी के सदस्यों से कहा था कि वह शास्त्री को टीम के कोच पद पर चाहते हैं। कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा देने का कारण कोहली के साथ मतभेदों का हवाला दिया था। शास्त्री के बाद ही कुंबले को कोच पद सौंपा गया था। कुंबले को एक साल का करार सौंपा गया था, जो चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद खत्म हो गया।
बोर्ड ने कुंबले का करार विंडीज दौरे तक के लिए बढ़ा दिया था, लेकिन कुंबले ने कोहली से मनुटाव की बात को कबूल करते हुए इस्तीफा दे दिया। कोच पद से इस्तीफा देते हुए कुंबले ने कोहली के साथ अपनी साझेदारी को अस्थिर बताया था। कुंबले ने अपने इस पत्र को ट्विटर पर भी साझा किया था। इस बीच बीसीसीआई ने कोच पद के लिए आवेदन मंगाए थे, जिसके लिए पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग, डोडा गणेश, रिचर्ड पायबस, लालचंद राजपूत और टॉम मूडी ने नामांकन भेजा है।
हालांकि इसके बाद बीसीसीआई ने कोच पद के लिए नामांकन भरने की तारीख को नौ जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है। शास्त्री का भारतीय ड्रेसिंग रूम में आना हालांकि आसान नहीं होगा क्योंकि पिछली बार कोच पद के लिए हुए इंटरव्यू में उनका क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के साथ विवाद हो गया था। गांगुली ने शास्त्री का नामांकन यह कहते हुए रद्द कर दिया था कि जिस व्यक्ति ने कोच पद के लिए नामांकन दिया हो उसे इंटरव्यू के दिन यहां मौजूद होना चाहिए। उस समय शास्त्री अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे और उनका इंटरव्यू स्काइप पर हुआ था। वहीं शास्त्री ने गांगुली पर आरोप लगाया था कि जब उन्होंने इंटरव्यू दिया तो गांगुली वहां मौजूद नहीं थे। सीएसी में गांगुली के अलावा सचिन तेंदुलकर, वीवीएस. लक्ष्मण शामिल हैं।