विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल का आज दोपहर 2:24 बजे गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है.सिंघल को एक महीने से ज्यादा वक्त से सांस संबंधी परेशानी हो रही है. इलाहाबाद में स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद सिंघल को विमान से दिल्ली लाया गया और 20 अक्टूबर को मेदांता में भर्ती करवाया गया. जबकि दो दिन पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी.रविवार सुबह उन्होंने अपनी आंखें खोली थीं और कुछ लोगों से मुलाकात भी की थी.
आगरा में जन्मे अशोक सिंघल के पिता एक सरकारी अधिकारी थे.अशोक सिंघल ने बनरास हिंदू यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट से 1950 में बैचलर की डिग्री ली थी. स्नातक के बाद उन्होंने पूर्णकालिक प्रचारक के रूप में काम करना शुरू किया. अपने कार्यकाल में वह दिल्ली और हरियाणा के प्रांत प्रचारक भी रहे.साल 1980 में अशोक सिंघल को विश्व हिंदू परिषद में संयुक्त महासचिव नियुक्त किया गया. 1984 में वह इसके महासचिव बने और फिर अध्यक्ष बने. अशोक सिंघल अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अपने आक्रामक तेवरों के लिए पहचाने जाते हैं.
कट्टर हिंदू नेता होने के अलावा अशोक सिंघल हिंदुस्तानी संगीत के प्रशिक्षित गायक भी थे. उन्होंने पंडित ओमकार नाथ ठाकुर से संगीत की शिक्षा ली थी.