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वैश्विक रुख पर रहेगी बाजार की नजर

मुंबई, लोकसभा चुनाव के बाद देश में स्थिर सरकार बनने की उम्मीद में हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह दो प्रतिशत से अधिक मजबूत रहे घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह, कच्चे तेल की कीमत और डॉलर सूचकांक पर नजर रहेगी।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1493.36 अंक अर्थात 2.02 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 75410.39 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 491 अंक यानी 2.2 प्रतिशत उछल कर 22957.10 अंक पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे मिडकैप 678.34 अंक अर्थात 2.96 प्रतिशत मजबूत होकर सप्ताहांत पर 43519.44 अंक हो गया। इसी तरह स्मॉलकैप 404.78 अंक यानी 0.9 प्रतिशत की तेजी के साथ 47996.45 अंक पर रहा।

विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह बाजार की नजर एफआईआई के निवेश प्रवाह पर रहेगी। एफआईआई इस वर्ष मई में अब तक 34,459.88 करोड़ रुपये की बिकवाली कर चुके हैं, जिससे बाजार पर दबाव रहा है। लेकिन इस अवधि में घरेलू निवेशकों (डीआईआई) ने 40,797.89 करोड़ रुपये की लिवाली कर बाजार की गति को तेज बनाए रखा है।

साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत और दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर सूचकांक की स्थिति का भी बाजार पर असर रहेगा।

इसके अलावा स्थानीय स्तर पर 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही के कंपनियों के परिणाम की भी बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। अगले सप्ताह जीवन बीमा निगम (एलआईसी) समेत कई दिग्गज कंपनियों के नतीजे आने वाले हैं।

बीते सप्ताह जारी लोकसभा चुनाव में सोमवार को मतदान करने के लिए अवकाश रहने पर बाजार में चार दिन ही कारोबार हुआ, जिनमें से दो दिन गिरावट जबकि शेष दो दिन तेजी रही। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के माैद्रिक नीति बैठक के मिनट्स जारी होने से पहले विश्व बाजार में आई भारी गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर एफएमसीजी, आईटी और टेक समेत सात समूहों में हुई बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 52.63 अंक उतरकर 73,953.31 अंक पर आ गया। वहीं, निफ्टी 27.05 अंक बढ़कर 22,529.05 अंक पर बंद हुआ।

विश्व बाजार में भारी गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर हिंदुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस, इंफोसिस, मारुति और एनटीपीसी समेत इक्कीस दिग्गज कंपनियों में लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 267.75 अंक की छलांग लगाकर 74,221.06 अंक और निफ्टी 68.75 अंक की तेजी के साथ 22,597.80 अंक पर रहा।

विदेशी बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर लोकसभा चुनाव के बाद देश में स्थिर सरकार बनने की उम्मीद में हुई चौतरफा लिवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 1196.98 अंक की छलांग लगाकर करीब डेढ़ माह बाद 75 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार सार्वकालिक उच्चतम स्तर 75,418.04 अंक हो गया। इसी तरह निफ्टी 369.85 अंक की उड़ान भरकर 22,967.65 अंक पर बंद हुआ।

वहीं, विश्व बाजार के कमजोर रुझान के दबाव में स्थानीय स्तर पर एफएमसीजी, हेल्थकेयर, आईटी, रियल्टी और सर्विसेज समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 7.65 अंक फिसलकर 75,410.39 अंक और निफ्टी 10.55 अंक उतरकर 22,957.10 अंक पर रहा।