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वैश्विक रुख से तय होगी बाजार की चाल

मुंबई,  अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों को यथावत रखने से बीते सप्ताह हुई लिवाली की बदौलत करीब एक प्रतिशत की बढ़त पर रहे घरेलू शेयर बाजार की चाल अगले सप्ताह वैश्विक रुख से तय होगी।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 580.98 अंक अर्थात 0.91 प्रतिशत की तेजी के साथ सप्ताहांत पर 64363.78 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 183.35 अंक यानी 0.96 प्रतिशत मजबूत होकर 19230.60 अंक पर पहुंच गया।

समीक्षाधीन सप्ताह दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी लिवाली हुई। इससे बीएसई का मिडकैप 623.35 अंक अर्थात दो प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 31735.86 अंक और स्मॉलकैप 701.03 अंक यानी 1.9 प्रतिशत उछलकर 37589.06 अंक पर रहा।

विश्लेषकों के अनुसार, मजबूत वैश्विक संकेतों, स्थिर मैक्रो-इकोनॉमिक डाटा और मजबूत घरेलू कॉर्पोरेट आय से बाजार को बढ़ावा मिला है। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के भविष्य में दरें बढ़ाने की संभावना नहीं है और तेल की कीमतों में मामूली गिरावट निवेशकों की उम्मीद को बढ़ा रही है। इसके साथ ही कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की दूसरी तमाही के मजबूत आंकड़ों से बाजार को समर्थन मिल रहा है।

वहीं, इजराइल-हमास संघर्ष का जारी रहना बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। इसका असर अगले सप्ताह भी बाजार पर देखा जा सकता है। साथ ही केंद्रीय बैंकों के ब्याज दरों को यथावत रखने के निर्णय पर भी निवेशकों की नजर बनी हुई है। इसके अलावा अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह और कंपनियों के तिमाही नतीजे की भी अहम भूमिका रहेगी।

एफआईआई ने नवंबर में अबतक 3,064.50 करोड़ रुपये की बिकवाली की है वहीं इस अवधि में घरेलू निवेशकों का शुद्ध निवेश 1,871.53 करोड़ रुपये का रहा है। अगले सप्ताह एनएचपीसी, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल), पावरग्रिड, आईआरसीटीसी, क्रिसिल, एचसीएल इंफोसिस्टम, भेल, ऑयल इंडिया, अडानी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अशोक लेलैंड, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी), ओएनजीसी, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंडाल्को, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, सेल समेत कई दिग्गज कंपनियों के वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने वाले हैं।

दुनिया के प्रमुख केंद्रीय बैंकों की बैठक में ब्याज दर को लेकर होने वाले निर्णय से पहले निवेशकों की मजबूत धारणा की बदौलत विश्व बाजार के चढ़ने से स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, दूरसंचार, तेल एवं गैस और रियल्टी समेत पंद्रह समूहों में हुई लिवाली से सोमवार को सेंसेक्स 329.85 अंक की छलांग लगाकर 64112.65 अंक और निफ्टी 93.65 अंक की तेजी के साथ 19140.90 अंक पर पहुंच गया।

वहीं, चीन के विनिर्माण पीएमआई में गिरावट के कारण एशियाई बाजार के कमजोर पड़ने से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर ऊर्जा, हेल्थकेयर, ऑटो और सर्विसेज समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली के दबाव में मंगलवार को सेंसेक्स 237.72 अंक का गोता लगाकर 63874.93 अंक और निफ्टी 61.30 अंक टूटकर 19079.60 अंक रह गया।

इसी तरह अमरेकी फेड रिजर्व के नीतिगत दरों पर चल रही बैठक के निर्णय से पहले विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, यूटिलिटीज, धातु, पावर और सर्विसेज समेत पंद्रह समूहों में हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन 283.60 अंक टूटकर 63591.33 अंक और निफ्टी 90.45 अंक की गिरावट लेकर 18989.15 अंक पर आ गया।

वहीं, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों को यथावत रखने के निर्णय से विश्व बाजार के सकारात्मक रुझान से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत गुरुवार को सेंसेक्स 489.57 अंक की उड़ान भरकर 64080.90 अंक और निफ्टी 144.10 अंक की छलांग लगाकर 19133.25 अंक पर पहुंच गया।

इसी तरह अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दराें को अपरिवर्तित रखने से विश्व बाजार में बढ़त बरकरार रहने से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 282.88 अंक की छलांग लगाकर 64363.78 अंक और निफ्टी 97.35 अंक चढ़कर 19230.60 अंक पर रहा।