राउरकेला (18 अक्टूबर): बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में सीबीआई जांच चल ही रही है। इसी बीच व्यापमं परीक्षाओं में पर्यवेक्षक रह चुके एक रिटायर्ड अधिकारी की संदिग्ध हालत में मौत हुई है। भारतीय वन सेवा का एक रिटायर्ड अधिकारी उड़ीसा में एक रेलवे ट्रैक पर मृत हालत में पाया गया है। यह अधिकारी मध्य प्रदेश सरकार के व्यापमं भर्ती परीक्षा में एक पर्यवेक्षक (ऑवज़र्वर) था। गुरुवार को उड़ीसा के झारसुगुडा जिले के बेलपहाड़ के रेलवे ट्रैक के पास यह रिटायर्ड अधिकारी मृत हालत में पाया गया।
अंग्रेजी अखबार ‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 1978 बैच के अधिकारी बिजय बहादुर सिंह 2010 में भोपाल के एडीशनल प्रिंसिपल चीफ कन्सर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स पद से रिटायर हुए थे। उन्होंने पुरी से जोधपुर के लिए बुधवार को ट्रेन पकड़ी थी। वह अपनी पत्नी नीता और बेटी के साथ यात्रा कर रहे थे।
राउरकेला के रेलवे पुलिस अधीक्षक, करम एस कवार ने बताया, ”बिजय बहादुर अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहे थे। जब काफी देर तक वह गायब रहे तो परिवार ने बिलासपुर जंक्शन पर एफआईआर कराई। तब तक उनका शव बरामद कर लिया गया था। इसके बाद वे झारसुगुडा वापस आए और शव की पहचान की।”
हालांकि अभी पुलिस ने बताया है कि प्रारंभिक जानकारी से लगता है कि बिजय बहादुर की मौत ट्रेन से गिरने से हुई होगी। लेकिन अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आना बाकी है। परिवार ने शव ले लिया है।
गौरतलब है, बिजय बहादुर कई व्यापमं समितियों में 2010 से 2013 के बीच रह चुके हैं। उन्होंने इन समितियों में पर्यवेक्षक रह चुके हैं। जुलाई में व्यापमं की सीबीआई जांच कराए जाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह पहला मामला है। जिसमें व्यापमं से जुड़े किसी व्यक्ति की अप्राकृतिक मौत हुई है।