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शहीदों के जीवन चरित्र स्कूली पाठ्यक्रम में हो शामिल: उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू

नयी दिल्ली , उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने अमर शहीद सरदार भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को भावपूर्ण नमन करते हुए कहा है कि शहीदों के जीवन चरित्र और उनकी जीवन गाथाओं को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।

श्री नायडू ने शहीदों की पुण्यतिथि पर मंगलवार को सोशल मीडिया पर जारी संदेशों में कहा कि शहीदों का राष्ट्रप्रेम और निर्भीकता सदियों तक आगामी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। उन्होेंने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर लिखे एक लेख में कहा कि इन महान विभूतियों के अनुकरणीय जीवनवृत से अपनी युवा पीढ़ी को परिचित कराना चाहिए। जब हम इन महान शहीदों के अनुकरणीय जीवन को याद करते हैं तो स्वाधीनता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने के लिए एकजुट प्रयास करने चाहिए।
उप राष्ट्रपति ने कहा, “स्वाधीनता सेनानियों ने तो अपनी भूमिका निभा दी, उनका कृतित्व तो धवल कीर्ति से दैदीप्यमान है। अब यह हमारा दायित्व है कि हम राष्ट्रप्रेम की उनकी इस विरासत का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें तथा देश की प्रगति के लिए यथा सामर्थ्य प्रयास करें। उनकी स्मृति में यह हमारी विनम्र श्रद्धांजलि होगी। राज्य सरकारों से मेरा आग्रह होगा कि वे हमारे स्वाधीनता सेनानियों की गाथाएं स्कूली पुस्तकों में शामिल करें।”
इससे पहले उन्होंने ट्विटर पर कहा, “आज अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की पुण्यतिथि पर देश की इन महान विभूतियों को सादर श्रद्धांजलि देता हूं। हमारी आज़ादी आपके महा बलिदान की पावन विरासत है। राष्ट्र निर्माण के लिए हमारे यथा सामर्थ्य प्रयास, अमर शहीदों की पावन स्मृति में हमारी विनम्र श्रद्धांजलि होगी।”