नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर में 5 दिसंबर 2018 को राजेश यादव पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हो गए थे. बदले की आग में सुलग रहे शहीद के आंगन में मंगलवार शाम को किलकारी गूंजी तो शहीद की पत्नी की कोख धन्य हो गई. शहीद की विधवा पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया. वहीं बेटे के जन्म के बाद शहीद की पत्नी ने कहा कि वो अपने बेटे को सेना में भेजेगी. उसे पापा की शहादत का बदला लेना है.
जम्मू-कश्मीर में 5 दिसंबर 2018 को एटा के जलेसर क्षेत्र के गांव रेजुआ के रहने वाले राजेश यादव पाकिस्तानी सेना के हमले में शहीद हो गए थे. उस वक्त उनकी पत्नी रीना यादव गर्भवती थीं. रीना के लिए ये समय बहुत ही दुविधापूर्ण था. पति के बिछुड़ने का गम खाए जा रहा था तो कोख में पल रहे बच्चे के जीवन की भी चिंता थी. पति की शहादत के बाद रीना ने एक सुंदर और स्वस्थ बालक को जन्म दिया है.
राजेश अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे. शहीद के पिता नेमसिंह कहते हैं कि नाती के रूप में उनका बेटा आ गया. शहीद की मां रामवती ने कहा कि मेरे लिए तो ये बेटे से भी दुलारा है. पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद इस गांव में भी शहीद राजेश की यादें ताजा हो गई हैं. पूरा परिवार शहादत पर गर्व महसूस करता है.