श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर प्रतिबंध से, यातायात जाम, पर्यटकों समेत यात्री परेशान
April 9, 2019
श्रीनगर, कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क की खराब स्थिति और सप्ताह में दो दिन आम नागरिक यातायात की गतिविधियों पर रोक के कारण बड़े पैमाने पर यातायात जाम ने पर्यटकों समेत तमाम यात्रियों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं।
यात्रियों ने आरोप लगाया कि राजमार्ग पर सुरक्षा बलों के काफिले की आवाजाही पर रोक नहीं लगीए लेकिन बारामूला से जम्मू तक के राजमार्ग पर आम नागरिक यातायात की समय सीमा तय कर दी गयी है। जम्मू.कश्मीर उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राज्य सरकार से जवाब मांगा है। भारतीय प्रशासनिक सेवा ;आईएएस अधिकारी से राजनेता बने शाह फैसल ने राष्ट्रीय राजमार्ग में सप्ताह में दो दिन कश्मीर.जम्मू में नागरिक यातायात के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर यह याचिका दायर की थी।
मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति ताशी राबस्टर की खंडपीठ ने फैसल की ओर से दायर एक जनहित याचिका ;पीआईएल पर राज्य सरकार को उनके वकील वकील तसद्दुक ख्वाजा के माध्यम से नोटिस जारी किया है। फैसल ने अपनी याचिका में तर्क दिया है कि तीन अप्रैल के सरकारी आदेश के अनुसार राजमार्ग पर नागरिकों की आवाजाही पर रोक लगाने की घोषणा की गयी है। जो नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बल के काफिले के गुजरने से पहले बुधवार को यातायात की आवाजाही बंद कर दी जायेगी और मंगलवार को श्रीनगर से जम्मू तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद रहेगा। श्रीनगर से जम्मू जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रियों ने बताया कि वे बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं और यातायात जाम के कारण राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं।
सरकार ने सुरक्षा कारणों की वजह से सप्ताह में दो दिन बुधवार और रविवार को सुबह चार बजे से शाम पांच बजे तक कश्मीर.जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आम नागरिकों को राजमार्ग में नहीं आने का आदेश जारी किया है। राजनीतिक पार्टियों और आम नागरिकों ने इसकी कड़ी आलोचना की है। इन दो दिनों में सुरक्षा बलों के काफिले को आवाजाही की अनुमति दी गयी है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें सेना का काफिला राजमार्ग से गुजर रहा है। नेशनल कांफ्रेंस की उपाध्यक्ष ने कहा कि यदि यह सुरक्षा बल के काफिले के लिए सोमवार को नागरिक यातायात के लिए राजमार्ग को बंद किए बिना सुरक्षित हैए तो बुधवार और रविवार को सुरक्षित क्यों नहीं है। उन्हाेंने कहा,यह आदेश निरर्थक हैए असुरक्षित दिनों में सेना की गतिविधियां ज्यादा होती है।