इससे पहले पार्टी के लोगों को संबोधित करते हुए महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि पूरा देश यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तारीफ कर रहा है. ऐसे में भी इनकी कोई बात नहीं मानी गई. उन्होंने कहा कि तब पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपील की कि राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया जाए. यही वजह है कि पार्टी का आपातकालीन राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाया गया है. रामगोपाल यादव ने कहा दो लोगों ने पार्टी को खत्म करने की साजिश की. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में पहला प्रस्ताव सर्वसम्मति से यूपी के मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का है और उन्हें यह अधिकार देना है कि वह समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को जरूरत के हिसाब से गठित करें.रामगोपाल यादव ने कहा कि दूसरा प्रस्ताव मुलायम सिंह यादव को समाजवादी पार्टी का सर्वोच्च नेता माना जाए. तीसरा प्रस्ताव यह है, शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष पद से तत्काल हटाया जाए और अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया जाए.
इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो प्रस्ताव हुए, वह उन लोगों के खिलाफ हैं, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है. उन्होंने कहा कि अगर नेताजी के खिलाफ साजिश हो और पार्टी के खिलाफ साजिश हो तो बेटा होने के नाते मेरे जिम्मेदारी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो. अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी का जहां नुकसान होगा, वहां कार्रवाई करनी पड़ेगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी में ऐसे लोग हैं जो सरकार बनाना नहीं चाहते हैं, लेकिन सरकार बनेगी तो नेताजी को सबसे ज्यादा खुशी होगी. उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि पार्टी की सरकार एक बार फिर बने. उन्होंने कहा कि 3-4 महीने सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. ऐसे में यह सब पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा. उन्होंने पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद दिया कि पार्टी का मनोबल अभी तक कम नहीं हुआ है.
अखिलेश यादव ने कहा कि नेता जी के बेटे के हैसियत से मुझे जो कुछ भी करना होगा, करूंगा. उन्होंने कहा कि राज्य में एक सेक्युलर सरकार बने, यही उम्मीद करता हूं. उन्होंने नए साल की सभी को बधाई दी.
विशेष अधिवेशन के तीन प्रस्ताव-