वाराणसी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की भांति ही गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर की रोकथाम के लिए देश में वैक्सीन विकसित की जा रही है। वैक्सीन शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन का लाभ देश को ही नहीं, बल्कि अन्य देशों को भी मिलेगा। वैक्सीन का मूल्य न्यूनतम रखे जाने की अपील की गई है। प्रयास यह होना चाहिए कि इसका मूल्य 100 या 200 रुपये से अधिक नहीं हो।
राज्यपाल ने शुक्रवार को यहां सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग व किशोरियों के ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण के सम्बन्ध में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने 150 किशोरियों के टीकाकरण के अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने किशोरियों के स्वास्थ्य के प्रति अभिभावकों से सजग रहने की अपील की।
उन्होंने कहा कि किशोरी स्वास्थ्य के लिए सरकार काफी प्रयास कर रही है। इन प्रयासों को जमीन पर उतारने के लिए विशेष पहल करने की जरूरत है, ताकि एक स्वस्थ किशोरी स्वस्थ भारत का निर्माण कर देश को सशक्त कर सके। उन्होंने बताया कि राजभवन के 15 से 20 लाख रुपए प्रति वर्ष के चिकित्सा बजट की धनराशि इस योजना पर खर्च की जाएगी।
राज्यपाल को बताया गया कि वाराणसी की दो लाख महिलाओं का कैंसर जांच के रूप में स्क्रीनिंग किया जाना है। यदि इसमे कोई पीड़ित मिली, तो उसका समुचित इलाज भी सुनिश्चित कराया गया है। इसके साथ ही 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग की किशोरियों का टीकाकरण भी कराया जाएगा।
उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि प्रायः महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होती है, आवश्यकता होने पर भी वह जांच नहीं कराती हैं। 30 वर्ष के पश्चात महिलाओं को सर्वाइकल एवं विशेष रूप से स्तन कैंसर की जांच नियमित रूप से कराया जाना चाहिए।