नई दिल्ली, गृहमंत्री राजनाथ सिंह अगले माह पाकिस्तान में होने वाले सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वह यहां पर पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में आतंक फैलाने के मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे। इसके अलावा आतंकियों को शहीद का दर्जा देने वाले पाकिस्तान को वह आइना दिखाने की भी कोशिश करेंगे। इस्लामाबाद की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से भी मुलाकात करेंगे। इस दौरान वह मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तान द्वारा बरती जा रही सुस्ती और कानून की सुस्त चाल पर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और वहां के आंतरिक मंत्री से जवाब मांगेंगे। साथ ही पठानकोठ हमले की जांच और मामले की सुस्त रफ्तार पर भी चर्चा करेंगे। पठानकोट हमले के बाद यह पहला मौका है जब भारत की ओर से कोई बड़ा नेता पाकिस्तान की यात्रा करेगा। बता दें कि दो जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तलखी आ गई थी। अपनी इस यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाने के सबूत भी पेश करेंगे। इन सभी के अलावा पाकिस्तान से भारत में आतंक फैलाने वाले जैश ए मोहम्मद और दूसरे आतंकी समूहों पर भी वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करेंगे। इस दौरे में उनके साथ गृह सचिव राजीव महर्षि के अलावा कुछ और वरिष्ठ अधिकारी भी होंगे। राजनाथ की इस यात्रा में भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के समक्ष नशीलेे पदार्थों की तस्करी, हथियारों की तस्करी जैसे मुद्दों को भी उठाएगा। सार्क देशों के बीच होने वाले इस सम्मेलन का मकसद सभी सदस्य देशों केे बीच संबंधों को सुधारना और आपसी समस्याओं का हल करना है। इससे पहले यह बैठक वर्ष 2014 में नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुई थी।