अमृतसर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजिंदर मोहन सिंह छीना ने वर्ष 1984 में दिल्ली में हुए सिख कत्लेआम से संबंधित एक मामले में दो दोषियों को अदालत की ओर से सजा सुनाए जाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले से मुख्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होने की आस बंधी है।
छीना ने यहां जारी वक्तव्य में कहा कि 34 साल के बाद पीड़ित परिवारों को कुछ राहत मिली है जिसके लिए उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार की प्रशंसा भी की जिनके सेवाकाल के दौरान ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है। उन्होंने कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस को यह हत्याकांड रोकना चाहिए था। सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर पर चल रहे मामलों की भी जल्द सुनवाई होनी चाहिए।
छीना ने कहा कि यह इंसाफ की पहली फतेह है जिसने यह साबित कर दिया कि केंद्र में हुई सरकार की तबदीली हजारों निर्दोष सिखों को न्याय दिला सकती है क्योंकि ये मामले केंद्र में मौजूदा पिछली कांग्रेस सरकार की ओर से बंद किए जा चुके थे। इनको गठबंधन सरकार की ओर से 1984 सिख दंगों के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से दोबारा खुलवाया गया था। उन्होंने कहा कि राजग सरकार की ओर से उठाए सख्त कदमों के चलते सिखों को इंसाफ मिला है।
उन्होंने कहा कि एक अरसे के बाद 1984 सिख कत्लेआम के मामले में अदालत की ओर से सुनाए गए फैसले से लोगों का कानून में विश्वास पक्का हुआ है। न्यायपालिका ने यह फैसला सुनाकर पीड़ित परिवार के दुखी हृदय को शांत किया है। उन्होंने कहा कि 1984 सिख कत्लेआम इतिहास का बहुत बुरा हत्याकांड था जिसमें हजारों निर्दोषों को मौत के घाट उतारा गया था।