लखनऊ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कर्तव्यपालन के दौरान अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले पुलिसकर्मियों को आज यहां पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि देने के उपरान्त कहा कि राज्य सरकार शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। इस अवसर पर उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों के माता-पिता को भी 05 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। ज्ञातव्य है कि प्रदेश की समाजवादी सरकार द्वारा प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मी की पत्नी को 20 लाख रुपये की मदद पहले ही दी जा रही है। उन्होंने अराजपत्रित पुलिसकर्मियों के पौष्टिक आहार भत्ते में 100 रुपये की मासिक बढ़ोत्तरी की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि किसी भी अपराधी के खिलाफ, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, पुलिस पूरी ईमानदारी से सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करे, जिससे प्रदेश में शान्ति और सुरक्षा का माहौल कायम रहे। उन्होंने कहा कि आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में अपराध के नए-नए तरीके ईजाद हो रहे हैं। इससे पुलिस के सामने लगातार नई-नई चुनौतियां पैदा हो रही हैं। खासतौर पर आर्थिक अपराधों के मामलांे में लगातार नए आयाम जुड़ रहे हैं। इण्टरनेट क्राइम, साइबर क्राइम जैसे अपराधों के नए तौर-तरीके अपराधियों द्वारा ढूंढे़ जा रहे हैं। ऐसे में, पुलिस को भी आधुनिक तकनीक की जानकारी देकर सक्षम तथा प्रभावी बनाने की जरूरत है, ताकि ऐसे अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक श्री जावीद अहमद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 01 सितम्बर, 2015 से 31 अगस्त, 2016 की अवधि में 116 पुलिस कर्मियों ने कर्तव्यपालन के दौरान शहादत दी। उन्होंने शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।कार्यक्रम के दौरान प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष के अलावा मंत्रिमण्डल के कई सदस्य तथा प्रमुख सचिव गृह श्री देबाशीष पण्डा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।