नई दिल्ली, सीबीएसई राष्ट्रीय कबड्डी टूर्नामेंट एक से चार दिसंबर तक यहां मदर खजानी कान्वेंट स्कूल में आयोजित किया जाएगा जिसमें देशभर से कुल 82 टीमें और 1000 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया एक दिसंबर को टूर्नामेंट का उद्घाटन करेंगे। मदर खजानी कान्वेंट स्कूल के चेयरमैन चौधरी सरूप भसह ने यहां संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुये बताया कि यह पहला मौका है जब सीबीएसई खेलों में राष्ट्रीय कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित किया जाएगा। सरूप ने बताया कि टूर्नामेंट में हर राज्य से दो दो टीमें हिस्सा लेंगी जबकि मेजबान होने के नाते उनके स्कूल की दो टीमें उतरेंगी। लडकों के वर्ग में 41 टीमें और लड़कियों के वर्ग में 41 टीमें होंगी। लीग एवं नॉकआउट आधार पर खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में सभी टीमों को चार चार के 10 ग्रुप में बांटा जाएगा। इनमें एक ग्रुप में पांच टीमें होंगी।
हर ग्रुप से शीर्ष दो टीमें नॉकआउट दौर में पहुंचेंगी। स्कूल के प्रधानाचार्य और आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रवीण डागर ने बताया कि यह टूर्नामेंट मैट पर खेला जाएगा जिसके लिये पांच मैट का इंतजाम किया गया है। मैच सुबह से शुरू होकर रात तक चलेंगे और खिलाडियों के रहने की सुविधा स्कूल परिसर में की गयी है। डागर ने कहा कि उनके स्कूल से चार पास आउट लडके इस समय प्रो कबड्डी में खेल रहे हैं। इनमें संदीप और सन्नी मलिक पटना पाइरेट्स में, सुमित बेंगलुरू बुल्स में और जवाहर जयपुर भपक पैंथर्स में खेल रहे हैं। उन्होंने कहा इस टूर्नामेंट के पीछे हमारा उद्देश्य इस क्षेत्र में कबड्डी को बढ़ावा देना है और अच्छे कबड्डी खिलाडियों को राष्ट्रीय स्तर पर सामने लाना है।
सीबीएसई ने हमसे कहा था कि टूर्नामेंट को मैट या मिट्टी किसी पर भी कराया जा सकता है लेकिन हमने इसे मैट पर कराने का फैसला किया और इस टूर्नामेंट में प्रो कबड्डी जैसा माहौल रखा जाएगा। इस अवसर पर मौजूद अर्जुन अवार्डी और बेंगलुरू बुल्स के कोच रणधीर भसह ने कहा प्रो कबड्डी ने देश में कबड्डी का नक्शा बदला है। आज रणजी खिलाड़ी बेरोजगार हो सकते हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर का कबड्डी खिलाड़ी बेरोजगार नहीं हो सकता। यह टूर्नामेंट कबड्डी को आगे ले जाने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।