स्टेट बैंक में इतना पैसा रखना होगा अनिवार्य, नहीं तो लगेगा जुर्माना….
April 9, 2019
नई दिल्ली,अगर आपका बैंक अकाउंट देश की सबसे बड़ी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है तो ये खबर बेहद खास हैं. कुछ दिन पहले ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने खाताधारकों के लिए खाते में मिनिमम बैलेंस रखने को अनिवार्य कर दिया है.
भारतीय स्टेट बैंक, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक जैसे अग्रणी बैंकों ने शहरी, मेट्रो, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक ग्राहक के खाते के स्थान के अनुसार अपनी मासिक औसत शेष रकम को निर्धारित किया है. बैंक उन ग्राहकों से जुर्माना वसूलते हैं जो अपने बचत खाते में औसत मासिक बैलेंस बनाए रखने में विफल रहते हैं. जुर्माना विभिन्न कारकों के अनुसार भिन्न होता है जैसे कि शाखा का स्थान. एसबीआई और एचडीएफसी बैंक द्वारा शेष राशि के रखरखाव के लिए लगाए गए एएमबी आवश्यकताएं और जुर्माना शुल्क निर्धारित हैं.
मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में स्थित एसबीआई शाखाओं में नियमित बचत बैंक खाता रखने वाले ग्राहकों को 3000 रुपये का मासिक औसत रकम बैंक में रखनी है. बैंक की वेबसाइट sbi.co.in के अनुसार अर्ध-शहरी और ग्रामीण शाखाओं में एसबीआई बचत खातों वाले ग्राहकों को 2000 और 1000 रुपये का न्यूनतम औसत संतुलन बनाए रखना आवश्यक है. इन आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहने वाले ग्राहकों को दंड शुल्क देना होगा.
मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में स्थित एचडीएफसी बैंक की शाखाओं में नियमित बचत खाता रखने वाले ग्राहकों को बैंक की वेबसाइट hdfcbank.com के अनुसार औसत मासिक 10,000 रुपये रखने होंगे. अर्ध-शहरी शाखाओं में, नियमित बचत खाता धारकों को औसत 5000 रुपये का बैंक में बनाए रखना आवश्यक है. ग्रामीण शाखाओं में, ग्राहकों को या तो औसतन त्रैमासिक 2,500 रुपये रखने होंगे या 1000 रुपये की फिक्सड डिपॉजिट करवानी होगी. न्यूनतम एक वर्ष की अवधि के लिए ये होना चाहिए. इन आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहने वाले ग्राहकों को निम्नलिखित दंड शुल्क देना होगा.